Water Pollution in Hindi – जल प्रदूषण पर निबंध

Jal Pradushan Hindi Nibandh – Water Pollution Essay

जल प्रदूषण, पानी के निकायों, जैसे झीलों, नदियों, समुद्रों, महासागरों, साथ ही साथ भूजल का प्रदूषण है। ऐसा तब होता है जब प्रदूषक उपचार के बिना पानी के इन निकायों तक पहुंचते हैं। घरों, कारखानों और अन्य इमारतों से अपशिष्ट जल निकायों में आते रहते हैं।

Water Pollution Essay Nibandh Hindi

जल प्रदूषण प्रजातियों और पारिस्थितिकी प्रणालियों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। यह पानी में रहने वाले पौधों और जीवों को प्रभावित करता है। लगभग सभी मामलों में प्रभाव न केवल व्यक्तिगत प्रजातियों और आबादी के लिए हानिकारक है, बल्कि व्यापक जैविक समुदायों के लिए भी हानिकारक है।

कृषि भी जल प्रदूषण के प्रमुख स्रोतों में से एक है, क्योंकि बेहतर विकास के लिए फसलों को दिए गए उर्वरकों का जल धीरे-धीरे  नदियों और झीलों में पहुँच जाता है, जो बड़ी मात्रा में पानी को प्रदूषित करते हैं।

ऐसे कई रसायनों हैं जो स्वाभाविक रूप से पानी के इन निकायों में पाए जाते हैं लेकिन प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों से नाइट्रेट्स, फॉस्फेट, तेल, एसिड, और तलछट जैसे मलबे धीरे-धीरे जलाशयों को प्रदूषित कर रहे हैं । जल स्रोतों में मिला हुआ रसायन मनुष्यों और अन्य जीवित जीवों में  रोग पैदा करता है। नदियों में रहने वाले जीव भी प्रभावित होते हैं और फिर इंसान जो इस मछलियों का उपभोग करते हैं, उन्हें भी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

भारतीय नदी प्रणाली भारतीय लोगों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नदियां  वनस्पतियों और जीवों को पोषित करती हैं और एक परिदृश्य बनाती हैं। नदियां पहाड़ों को काट कर रास्ता और जमीन बनाती हैं। जैव विविधता नदी के अस्तित्व पर काफी हद तक निर्भर करती है। नदियों मछली पकड़ने और कृषि के रूप में बहुत से लोगों को आजीविका प्रदान करते हैं। यही कारण है कि, लगभग सभी महत्वपूर्ण भारतीय शहर इन नदियों के तटों में स्थित हैं।

अतः जल संसाधनों को प्रदूषण से बचाना समूचे देश की एक प्राथमिक जिम्मेवारी बन चुकी है | हमारी सारकर भी इस दिशा में भरसक प्रयास कर रही है। लेकिन देश के हर एक नागरिक को भी इस प्रयास में शामिल होना पड़ेगा अन्यथा हम आपने जल संसाधनों को प्रदुषण से नहीं बचा पाएंगे ।

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